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Sainik School Admission: सैनिक स्कूल में कैसे मिलती है मिलिट्री ट्रेनिंग, आर्मी के लिए ऐसे करवाते हैं तैयारी

Published On: June 29, 2025
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Sainik School Admission: सैनिक स्कूल में कैसे मिलती है मिलिट्री ट्रेनिंग, आर्मी के लिए ऐसे करवाते हैं तैयारी

आज के समय में बच्चों को अनुशासन, देशभक्ति और आत्मनिर्भरता की शिक्षा देना बेहद ज़रूरी हो गया है। भारत सरकार द्वारा संचालित सैनिक स्कूल इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं। वर्तमान में भारत में कुल 33 सैनिक स्कूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें प्रवेश के लिए एनटीए द्वारा आयोजित ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम पास करना अनिवार्य होता है। इन स्कूलों का मकसद है बच्चों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ सैन्य अनुशासन, फिटनेस और राष्ट्रसेवा के लिए तैयार करना।

सैनिक स्कूल का रूटीन और अनुशासन

सैनिक स्कूलों में छात्रों का दैनिक जीवन अत्यंत अनुशासित और सुनियोजित होता है। सुबह जल्दी उठने से लेकर रात को सोने तक हर गतिविधि एक तयशुदा समय पर होती है। छात्रों को डेली फिजिकल ट्रेनिंग, एकेडमिक्स, स्पोर्ट्स, ड्रिल और सांस्कृतिक गतिविधियों में संतुलन बनाए रखना होता है। यह अनुशासन उन्हें न केवल समय प्रबंधन सिखाता है बल्कि उनके व्यक्तित्व में आत्मविश्वास, लीडरशिप और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित करता है।

मिलिट्री ट्रेनिंग और हेल्दी डाइट

सैनिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को मिलिट्री लाइफस्टाइल से परिचित कराने के लिए हर स्कूल में विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम तैयार किया गया है। फिटनेस को प्राथमिकता देते हुए बच्चों को प्रतिदिन शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही, उन्हें प्रोटीन, एनर्जी और संतुलित पोषण से भरपूर हेल्दी डाइट दी जाती है। यह डाइट क्षेत्रीय स्वाद को ध्यान में रखते हुए तैयार की जाती है ताकि छात्र उसे आसानी से स्वीकार करें। इससे बच्चों की शारीरिक क्षमता, सहनशक्ति और मानसिक एकाग्रता में सुधार होता है, जो कि सैन्य जीवन की नींव मानी जाती है।

एनसीसी ट्रेनिंग का अहम रोल

एनसीसी ट्रेनिंग सैनिक स्कूलों की शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न हिस्सा है। सभी छात्रों के लिए इसमें भाग लेना अनिवार्य होता है, चाहे वे बोर्डिंग छात्र हों या डे स्कॉलर। इसमें छात्रों को ड्रिल, वेपन ट्रेनिंग, फील्ड क्राफ्ट, फायरिंग, एयरो मॉडलिंग, शिप मॉडलिंग जैसी अत्याधुनिक और व्यावहारिक गतिविधियाँ करवाई जाती हैं। सीनियर छात्रों को एसएसबी इंटरव्यू की तैयारी, ऑब्स्टेकल कोर्स, और मानसिक साक्षात्कार के लिए अलग से प्रशिक्षण दिया जाता है, जिससे वे भविष्य में NDA या अन्य डिफेंस एग्ज़ाम में बेहतरीन प्रदर्शन कर सकें।

दो स्तरों पर मिलते हैं एनसीसी सर्टिफिकेट – A और B

सैनिक स्कूलों में एनसीसी ट्रेनिंग के अंतर्गत छात्रों को दो स्तरों पर सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते हैं। पहला होता है ‘A सर्टिफिकेट’, जो कि कक्षा 10 के छात्रों को यूनिट स्तर पर परीक्षा पास करने के बाद मिलता है। यह परीक्षा हर वर्ष फरवरी में आयोजित की जाती है। दूसरा होता है ‘B सर्टिफिकेट’, जो कि ग्रुप हेडक्वार्टर लेवल का होता है और इसे कक्षा 11 के छात्र प्राप्त करते हैं। पात्रता और विषय वस्तु दोनों सर्टिफिकेट्स में समान रहते हैं, लेकिन B सर्टिफिकेट का स्तर और प्रभाव अधिक होता है, जिससे डिफेंस में चयन की संभावनाएं बेहतर होती हैं।

सैनिक स्कूल में होने वाले प्रमुख कैम्प्स और रियल-लाइफ स्किल्स

सैनिक स्कूलों में नियमित रूप से विशेष प्रकार के कैंप्स का आयोजन किया जाता है। इनमें शारीरिक परीक्षण, आपातकालीन स्थिति से निपटने की तकनीकें, जंगल सर्वाइवल, नेतृत्व विकास, और फील्ड ट्रेनिंग जैसे महत्वपूर्ण सेशन्स होते हैं। इन कैंप्स का उद्देश्य छात्रों को वास्तविक जीवन की चुनौतियों का सामना करना सिखाना और उन्हें मानसिक, सामाजिक व भावनात्मक रूप से मजबूत बनाना होता है।

क्यों है सैनिक स्कूल एक बेजोड़ विकल्प?

सैनिक स्कूल किसी भी सामान्य स्कूल से कहीं आगे हैं। यहां की शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति के मूल्यों को बच्चों में विकसित करती है। एक छात्र जब सैनिक स्कूल में प्रवेश करता है, तो वह केवल एक विद्यार्थी नहीं रहता – वह एक अनुशासित नागरिक और भविष्य का नेतृत्वकर्ता बनता है। एनसीसी प्रशिक्षण, फिजिकल डेवलपमेंट, नियमित अनुशासन और सर्टिफिकेशन सिस्टम उन्हें न सिर्फ डिफेंस सेक्टर में बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में सक्षम और प्रतिस्पर्धी बनाता है।

सैनिक स्कूल एडमिशन: आपके बच्चे के भविष्य की मजबूत नींव

यदि आप चाहते हैं कि आपका बच्चा एक ऐसा माहौल पाए जो उसे मानसिक, शारीरिक और बौद्धिक रूप से विकसित करे, तो सैनिक स्कूल एक बेहतरीन विकल्प है। यह सिर्फ एक स्कूल नहीं, बल्कि एक जीवन शैली है – जो छात्रों को आत्मनिर्भर, जिम्मेदार और देशभक्त बनाती है। Sainik School Admission प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होती है, और योग्य छात्रों के लिए छात्रवृत्ति की सुविधा भी दी जाती है।

PriyaBhatt

Mgmschool.in - MCA Graduate | Age: 25 | Languages: Hindi & English Experienced content creator with 5+ years in the field of educational news, government job updates, public welfare schemes, and career guidance. Passionate about delivering accurate and helpful information to empower students and job seekers across India.

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