SVANidhi scheme: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में कई अहम ऐलान किए। इस दौरान उन्होंने कुछ पुरानी योजनाओं का भी जिक्र किया। इनमें से एक योजना-पीएम स्वनिधि की है। उन्होंने कहा कि यह योजना देश में रेहड़ी-पटरी वालों को सशक्त बना रही है।

पीएम मोदी ने कहा कि रेहड़ी-पटरी वालों के लिए एक विशेष माइक्रो-लोन सुविधा लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाली जमीनी योजनाओं में से एक है। प्रधानमंत्री ने कहा- आपने देखा होगा, वे (रेहड़ी-पटरी वाले) अब यूपीआई के माध्यम से भुगतान स्वीकार और कर रहे हैं। अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने वाला इस तरह का परिवर्तन एक ऐसी सरकार को दर्शाता है जो परवाह करती है।
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय इस योजना को लागू कर रहा है, जिसे 2020 में रेहड़ी-पटरी वालों को अपनी आजीविका फिर से शुरू करने के लिए किफायती वर्किंग कैपिटल प्रोवाइड करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, जो कोविड-19 महामारी के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुई है। इस योजना के तहत तीन किस्तों में लोन प्रोवाइड की जाती है। इसके तहत पहली किस्त 10,000 रुपये की होती है। दूसरी किस्त, पहली किस्त के री-पेमेंट पर 20,000 रुपये की और तीसरी किस्त दूसरे लोन के री-पेमेंट पर 50,000 रुपये की होती है। इस साल बजट के दौरान योजना में यूपीआई लिंक्ड क्रेडिट कार्ड की भी सुविधा देने का ऐलान किया गया था। इस क्रेडिट कार्ड की लिमिट 30 हजार रुपये तक की है।
जुलाई में संसद में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने कहा था कि इस वर्ष 22 जुलाई तक पीएम स्वनिधि योजना के तहत 68.11 लाख से अधिक रेहड़ी-पटरी वालों को लाभ मिला है। मंत्रालय ने इस वर्ष मार्च में लोकसभा को सूचित किया था कि कुल 30.97 लाख महिला रेहड़ी-पटरी वालों को पीएम स्वनिधि से लाभ हुआ है, जो इस योजना के तहत कुल लाभार्थियों का 45 प्रतिशत हैं।