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पोस्ट ऑफिस की इस नई स्कीम में पति-पत्नी को मिलेंगे हर 3 महीने में ₹51,250 – Post Office SCS Scheme

Published On: August 12, 2025
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पोस्ट ऑफिस एससीएस योजना: पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजन सर्विसेज स्कॉच उन बुजुर्गों के लिए खास है जो सुरक्षित निवेश के साथ स्थिर आय चाहते हैं। इस योजना में पति-पत्नी संयुक्त रूप से निवेश करके हर तीन महीने में एक तय नकद कमा सकते हैं। स्थिर ब्याज दर के यदि दोनों मिलकर अधिकतम सीमा तक निवेश करते हैं तो उन्हें तिमाही के हिसाब से ₹51,250 तक मिल सकते हैं। यह योजना पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा स्वीकृत है, जिससे निवेशकों को नौकरी की सुरक्षा का भरोसा मिलता है। यह आर्किटेक्चर पर प्लेसमेंट के बाद इकोनोमिक स्टैबिलिटी स्थापित करने के लिए बनाई गई है और इसमें मिलने वाले हितधारक को सीधे भेजा जाता है।

क्यॉज़ की पात्रता और नियम
इस योजना में केवल 60 साल या उससे अधिक उम्र के लोग निवेश कर सकते हैं। पति-पत्नी संयुक्त रूप से एक खाता खोल सकते हैं और निवेश की अधिकतम सीमा ₹30 लाख तक है। न्यूनतम निवेश ₹1,000 से शुरू होता है, जिससे छोटे स्तर पर भी बचत शुरू हो सकती है। योजना की अवधि 5 वर्ष है, जिसे 3 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार सिंगल से जॉइंट या जॉइंट से सिंगल बिजनेस में बदलाव कर सकते हैं। ब्याज दर समय-समय पर सरकार द्वारा परिवर्तन संभव है, जिससे भविष्य में आय की राशि में परिवर्तन संभव है।

निवेश पर मीटिंग वाला लाभ
इस योजना में निश्चित समय पर 8.2% वार्षिक ब्याज मिल रहा है, जो तिमाही आधार पर जमा किया जाता है। अगर पति-पत्नी मुख्य रूप से ₹30 लाख का निवेश करते हैं, तो एक तिमाही में लगभग ₹61,500 का ब्याज बनता है। टैक्स कटौती और औसत समायोजन के बाद आम तौर पर करीब ₹51,250 सीधे तौर पर पोस्ट हो जाते हैं। इस राशि से घरेलू खर्च, चिकित्सा आवश्यकताएं और अन्य जरूरतों को पूरा करना आसान हो जाता है। समय पर रुचि की तलाश इस स्याह की सबसे बड़ी वन्य जीव जाति है, जहां भाई दंपत्ति आर्थिक रूप से निश्चिंत रहते हैं।

छोटे उपकरण की प्रक्रिया
इस योजना में निवेश के लिए पास के पोस्ट ऑफिस या निजी बैंक शाखा में संपर्क करना होता है। वारंटियों को आधार कार्ड, पैन और पासपोर्ट पासपोर्ट साइज फोटो के साथ फॉर्म भरना होता है। जमा की जाने वाली राशि कैश या चेक के माध्यम से दी जा सकती है। खाते के बाद निर्धारित तिथि से ब्याज गणना प्रारंभ हो जाती है। यदि पति-पत्नी संयुक्त खाते में हैं, तो दोनों की आयु और पहचान संबंधी दस्तावेज जमा करना आवश्यक है। पूरी प्रक्रिया सरल और सीमित है, जिससे नवयुवकों को भी किसी भी तरह का सामना नहीं करना पड़ सकता है।

टैक्स लाभ सावधानियां
इस योजना में निवेश करने पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत छूट है। हालाँकि, यदि वार्षिक ब्याज ₹50,000 से अधिक है, तो टीडीएस कट सकता है। इसके लिए टी निवेशक फॉर्म 15H या 15G जमा करके DTS से बच सकते हैं। समय पर केवैसी अपडेट करना और ब्याज की राशि को तलाशना जरूरी है, ताकि वह आपकी बचत में शामिल रहे। यदि समय से पहले पैसा निकाला जाता है, तो एक वर्ष के बाद लंबित सामान का भुगतान किया जाता है, लेकिन उस पर पेनल्टी लग सकती है। यह योजना केवल वृद्ध नागरिकों के लिए है, इसलिए अन्य आयु वर्ग इसमें निवेश नहीं कर सकते।

वास्तविक जीवन का उदाहरण
कई दंपत्ति इस योजना से लाभ उठा रहे हैं। उदाहरण के लिए, एक सेवानिवृत्त दंपत्ति ने अपनी आय और ग्रेचुटी की राशि को इस योजना में शामिल किया है। ज्यादातर सीमा तक निवेश करने के बाद उन्हें हर तीन महीने में लगभग ₹51,000 मिलते हैं। इस राशि से वे अपना मासिक खर्च, स्टूडियो और अन्य साथियों को पूरा कर लेते हैं, साथ ही थोड़ा-बहुत घूमने का आनंद भी ले लेते हैं। उनके अनुसार, इस योजना में उन्हें वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा और मानसिक सुरक्षा प्रदान की गई है। सुरक्षित निवेश और नियमित आय का यह मेल व्यापारिक जीवन को आसान और निश्चिन्त बनाता है।

डिस्कलेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले संबंधित योजनाओं पर ध्यान दें और वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। योजना के दस्तावेज और अभिलेख समय-समय पर बदले जा सकते हैं।

PriyaBhatt

Mgmschool.in - MCA Graduate | Age: 25 | Languages: Hindi & English Experienced content creator with 5+ years in the field of educational news, government job updates, public welfare schemes, and career guidance. Passionate about delivering accurate and helpful information to empower students and job seekers across India.

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