Sainik School Admission 2025: भारत में जब भी अनुशासन, देशभक्ति और चरित्र निर्माण की बात होती है, तो सैनिक स्कूल का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ये स्कूल न केवल पढ़ाई में उत्कृष्टता लाते हैं, बल्कि छात्रों को भविष्य का जिम्मेदार नागरिक और सेना का योग्य अधिकारी बनाने में भी मदद करते हैं। यदि आपका बच्चा भी अनुशासनप्रिय है और सेना में करियर बनाने का सपना देखता है, तो सैनिक स्कूल उसके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
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इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि सैनिक स्कूल में किन बच्चों का एडमिशन होता है, फीस कितनी होती है, हॉस्टल और अनुशासन कैसा रहता है, और किस प्रकार की प्रवेश परीक्षा होती है।
सैनिक स्कूल क्या है?
सैनिक स्कूल (Sainik School) भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन संचालित विशेष आवासीय स्कूल हैं। इनकी स्थापना का उद्देश्य देश को भविष्य के लिए सेना के योग्य, अनुशासित और शिक्षित अधिकारी देना है। यहां बच्चों को न केवल शिक्षा दी जाती है, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत बनाया जाता है।
छात्रवृत्ति मिलने पर:
फीस का एक बड़ा हिस्सा माफ हो सकता है।
कुछ छात्रों के लिए पूरी पढ़ाई बिल्कुल मुफ्त या बहुत कम फीस में हो जाती है। हर माता-पिता अपने बच्चों को बेहतरीन भविष्य देना चाहते हैं। यही कारण है की शुरुआत से उनकी पढ़ाई लिखाई पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाता है। यह तो हम सभी जानते हैं कि अगर स्कूली शिक्षा बच्चों को अच्छी तरह से मिल जाती है तो वह अपने आगे के करियर को फोकस के साथ ऊंचाई पर ले जा सकता है। ऐसे में हम किस स्कूल में बच्चे का एडमिशन करवा रहे हैं। वहां उसे कैसे शिक्षा दी जा रही है इस बात पर विशेष जोर दिया जाता है। देश में कुछ स्कूल तो ऐसे हैं जो केवल अपनी उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के लिए ही प्रसिद्ध है।
सैनिक स्कूल कुछ विशेष बोर्डिंग स्कूलों में शामिल है। जो बच्चों को बेहतरीन शिक्षा देने के साथ उन्हें अनुशासित बनाता है और देशभक्ति के गुण भी विकसित करता है। चलिए आज हम आपको इस स्कूल के बारे में जानकारी देते हैं। किस तरह से यहां एडमिशन होता है और फीस कितनी है यह सब कुछ जान लेते हैं। कैसे होते हैं सैनिक स्कूल (Sainik School)
सैनिक स्कूल रक्षा मंत्रालय के अधीन चलाए जाते हैं। यहां पढ़ने वाले बच्चों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी यानी एनडीए, वायु सेना और नौसेना जैसी सेवाओं के लिए तैयार किया जाता है। यहां बच्चों को कक्षा छठवीं और नौवीं में प्रवेश दिया जाता है। यह स्कूल पूरी तरह से बोर्डिंग होते हैं। बच्चों को पूरे साल हॉस्टल में रहना पड़ता है। यहां वह एक अनुशासित सैन्य शैली में सारी चीजों का प्रशिक्षण हासिल करते हैं।
देनी होती है एग्जाम
हर साल इसके लिए अखिल भारतीय सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा AISSEE का आयोजन किया जाता है। यह एग्जाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA द्वारा करवाई जाती है। इस परीक्षा में जो छात्र पास होते हैं उनका मेडिकल टेस्ट करवाया जाता है। मेडिकल टेस्ट में पास होने के बाद इन्हें प्रवेश मिलता है। हर चीज की लिखित परीक्षा बहुत कम बच्चे पास कर पाते हैं।
कितनी है फीस
सैनिक स्कूल में प्रवेश के लिए कोई भी बच्चा अप्लाई कर सकता है बस उसे परीक्षा पास करनी होगी। यहां की फीस की बात करें तो सालाना फीस लगभग डेढ़ लाख तक होती है। इसमें ट्यूशन फीस से लेकर हॉस्टल, यूनिफॉर्म, मेस और अन्य तरह की सुविधाएं शामिल है। कुछ राज्यों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों, एससी एसटी छात्रों और रक्षा पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों के लिए छात्रवृत्ति भी दी जाती है।